Wednesday, October 7, 2020

लोगों में हावी हो रहा mobile का नशा

 समाज में आज सभी लोगों मोबाइल के बहुत आदी हो चुके हैं. लोगों में मोबाइल की इतनी लत है कि वे अपने स्वास्थ्य व अपने कैरियर व जरूरी बातों पर ध्यान नही दे पा रहे हैं.

इस मोबाइल ने लोगों को मानसिक तौर से बीमार कर दिया, कई लोगों के रिश्तों में खटास आ गयी. इस तरह की कई बातें हैं जो मोबाइल के दुष्प्रभाव को बताती. बच्चे माँ बाप से दूर व मोबाइल के पास हो गये हैं. वे अच्छी जानकारी लेने के बदले गलत जानकारी लेते हैं,. इस मोबाइल में ही गेम सोशलमीडिया गंदी वीडियो में अपना समय और अपना स्वास्थ्य बिगाड़ रहे हैं.

लोगों में अब सेक्स एक नशे की तरह उनके दिमाग पर हावी हो रहा है. लोग अश्लील वीडियो ,वेब सीरीज इस तरह के कंटेंट देखने में पगलाये रहते हैं. इसको एंटरटेनमेंट से ज्यादा समझकर वास्तव व हकीकत जिंदगी में अनुभव व कल्पना करते हैं. और इसी में डूबे रहते हैं.

कृपया इन सब मोबाइल व वीडियो में एंटरटेनमेंट न कीजिये, बस इसका किसी कारण से यूज कीजिये और इसे रख दीजिये.

Tuesday, March 12, 2019

क्यों मनुष्य सर्वश्रेष्ठ प्राणी नहीं है

 1- मनुष्य सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाता है-  मनुष्य दुनिया का सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाला प्राणी है। अपनी असीमित आनन्द और सुविधा की इच्छा के कारण असीमित प्रदूषण फैलाता है।
 
2-  अपनी बुरी मानसिकता को सही मानते हुए इसको दूसरों पर थोपता है या थोपने का प्रयास करता है। इससे वह दूसरों को गलत दिशा देता है।

3- अपने लालच के कारण दूसरों को नुकसान पहुंचाता है।
4- हर जगह कृत्रिमीकरण करके या ज्यादा दोहन करके प्राकृतिक संसाधनों की कमी करता है व अन्य जीवों को नुकसान पहुंचाता है। 

Monday, January 14, 2019

Family planning परिवार नियोजन नीति, जनसंख्या का बोझ कम करने के लिए

1-  विवाह की न्यूनतम आयु सीमा 25 वर्ष होनी चाहिए।
25 वर्ष की उम्र के बाद विवाह करें।
2-  "हम दो हमारे दो" के निर्देश का पालन करें। केवल दो बच्चे ही पैदा करें।
3-  दो बच्चों के बीच 6 से 8 वर्ष का अन्तर रखें।
पहला बच्चा पैदा होने के कम से कम 6 वर्ष बाद दूसरा बच्चा पैदा करें।
बच्चों के बीच ज्यादा अन्तर रखने के  फायदे भी है।  माना 50 साल की उम्र में मनुष्य बूढ़ा हो जाता है। यदि बच्चों के बीच 2 वर्ष का अन्तर है तो 52 साल में दोनों बच्चे बूढ़े हो जायेंगे।जल्दी से 52 साल में ही एक परिवार से दो बुजुर्ग। फिर पूरे भारत में 52 साल में कितने बुजुर्ग होंगे। भारत जल्दी बूढ़ा हो जायेगा।
यदि बच्चों के बीच 6 वर्ष का अन्तर होगा तो 56 साल में दो बुजुर्ग होगे। कम समय में ज्यादा संख्या में बुजुर्ग नहीं होंगे। देश जल्दी बूढ़ा नहीं होगा।
4- ज्यादा जनसंख्या, ज्यादा दोहन, ज्यादा प्रदूषण,ज्यादा बीमारी। फिर अस्वस्थता, अकर्मण्यता ,गरीबी,कमजोरी। 

Sunday, January 13, 2019

आंखों को मोबाइल स्क्रीन के रेडिएशन से कैसे बचाये

1- मोबाइल में वीडियोज व अन्य कन्टेन्ट्स  कम देखें।
2- टेस्टेड चश्मे व सन ग्लासेस इस्तेमाल करें।
मोबाइल दूर रखकर ही वीडियो देखें।
3- ब्राइटनेस कम कर दें। नाइट मोड आन कर दें।
लगातार 1 घंटे से ज्यादा मोबाइल स्क्रीन न देखें।
4- जरूरी हो तो एक घंटे मोबाइल देखने के बाद कुछ ब्रेक ले।
5- आंखों में परेशानी होने पर उपचार करें या इलाज कराये। 

Saturday, January 12, 2019

Apne android mobile se naukari ke form bhariye

1- apne andriod mobile me Google Browser  open kijiye.
2-upar dahine side jo  3 dots hai us par click kijiye.
3-Desktop site ke samne box  par click kijiye.
 4- ab sarkariresult.com par jaye,  ya   form apply karne se pahle upar diye steps 2,3 follow kare, aur form bhare.
5- photo, signature, thumb impression apko kise computer cafe se scan karwana padega.  Use apne Gmail ya facebook account par upload kar le. Mobile me download kar use edit kar form me bhare. 

Friday, January 11, 2019

ITI और POLYTECHNIC ENGINEERING, DIPLOMA व बी टेक डिग्री ; कोर्स चुनने के बारे में

1- सबसे पहले यह आपको खुद ही समझना है कि आपको क्या करना है। यदि आप टेक्निकल फील्ड में जाना चाहते हैं, तो 12 वीं के बाद जायें।
ITI - 2 वर्षीय, POLYTECHNIC- 3 वर्षीय, B. TECH- 4वर्षीय , कोर्स है। बाद में 1 वर्ष का अप्रेंटिस करना पड़ सकता है।
2-आप पढाई में कम या औसत तेज हैं तो ITI या पालिटेक्निक ठीक रहेगा। यदि औसत व ज्यादा तेज हैं तो  polytechnic या b. tech  सही रहेगा।
3- कालेज अच्छे व अपने हिसाब व स्थिति से चुनें। ट्रेड सही चुनें। जो कालेज व ट्रेड ज्यादा सही लगे और पसंद हो,उन्हें पहले रखें।  B. Tech; IIT या NIT से करे
4- ITI में ज्यादा वैकेंसी,polytechnic में इससे कम ,b. tech सबसे कम वैकेंसी निकलती है (मेरे विचार से) ।

5-  ITI वाले, हार्ड वर्कर या टेक्नीशियन हैं। पालिटेक्निक वाले इससे ऊपर पोस्ट पर या जूनियर इंजीनियर होते हैं। बीटेक वाले, पालि टेक्निकल के बराबर और इससे ऊंची पोस्ट पर होते हैं।
सैलरी पोस्ट के हिसाब से होती है। परफार्मेंस के अनुसार सैलरी बढ़ती है।
6-औसत दर्जे के छात्रों के लिए पालिटेक्निक सही है।